Hindi Letter Writing | हिंदी पत्र लेखन (Patra Lekhan in Hindi)

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हैलो दोस्तों आज हम आपके लिए पत्र लेखन के बारे में विशेष जानकारी लेकर आए है। की आप किस तरीके से लेटर लिख कर आप अपने कक्षा में या परीक्षा में या फिर आप अपनी टीचर को दे सकते है। इसके लिए आज हम आपके सामने Hindi Letter Writing लेकर आए है।

जिससे आप हिन्दी पत्र लेखन अपने द्वारा आसानी से लिख दे सकते है। और कही भी दे सकते है। चाहे वह आपके कक्षा में हो या परीक्षा में हो, या फिर अपने शिक्षक को देना है। सभी के लिए आप यह Patra Lekhan in Hindi दे सकते हैं।

Table of Contents

पत्र लेखन क्या है?

पत्र लेखन एक लिखित माध्यम है जिसमें आप व्यक्तिगत, आधिकारिक, व्यापारिक, या औपचारिक संवाद करने के लिए एक व्यक्ति या संस्था के साथ संवाद करते हैं। पत्र लेखन किसी भी विषय पर जानकारी प्रदान करने, बातचीत करने, अनुमति देने, सेवा अनुरोध करने, अपने विचार व्यक्त करने, या अन्य विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।

पत्र लेखन के दो प्रमुख प्रकार होते हैं:

  1. औपचारिक पत्र (Formal Letter): औपचारिक पत्र सामाजिक, व्यापारिक, शैक्षिक, और आधिकारिक संवाद के लिए उपयोग होते हैं। इनमें आपको निर्धारित प्रारूप और नियमों का पालन करना होता है, और इन पत्रों में सामान्यत: पत्रकार का पता, तिथि, प्रिष्ठित, विषय, अधिकृत सलाम, और समापन शामिल होते हैं।
  2. अनौपचारिक पत्र (Informal Letter): अनौपचारिक पत्र व्यक्तिगत और असामाजिक संवाद के लिए उपयोग होते हैं। इनमें आपको अधिकतर नियमों का पालन करने की आवश्यकता नहीं होती और आप अपने विचार, भावनाएँ, और अनुभवों को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं।

पत्र लेखन वाचिक और गैर-वाचिक दोनों प्रकार की भाषा में किया जा सकता है, और यह एक महत्वपूर्ण संवादिक माध्यम होता है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की सामाजिक, व्यक्तिगत, और व्यापारिक आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है।

पत्र लेखन के प्रकार

पत्र लेखन कई प्रकार के होते हैं, और ये प्रकार पत्र के उद्देश्य और संदेश के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। लेकिन Hindi Letter Writing मुख्य रूप से दो तरह के होते है। जैसे की –

  1. औपचारिक पत्र (Formal Letter)
  2. अनौपचारिक पत्र (Informal Letter)

औपचारिक पत्र

औपचारिक पत्र एक प्रकार के पत्र होते हैं जो आधिकारिक या समर्पित संदेशों के लिए लिखे जाते हैं। इन्हें औपचारिकता के साथ और आदरपूर्ण तरीके से लिखा जाता है और विभिन्न प्राधिकृत और पेशेवर संदर्भों में उपयोग किया जाता है। यह पत्र आधिकारिक घटनाओं, संगठनों, सरकारी विभागों, या व्यवसायिक संदर्भों के लिए लिखे जा सकते हैं।

औपचारिक पत्र के कुछ प्रमुख उद्देश्य हो सकते हैं

  • नौकरी के लिए आवेदन पत्र (Job Application Letter)
  • प्राधिकृत संदेश (Official Communication)
  • प्रस्तावना पत्र (Introduction Letter)
  • औपचारिक प्रतिक्रिया (Formal Response)
  • छुट्टी के लिए आवेदन (application for leave)

औपचारिक पत्र लिखते समय सही तरीके से तिथि, पत्रकार का पता, प्रत्रक का नाम, और विषय की प्रस्तुति के साथ और संदेश को सुसंगत और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करना महत्वपूर्ण होता है।

और भी कही तरह के औपचारिक पत्र के अंदर लेटर आते है। जो की औपचारिक पत्र के रूप में लिखे जाते है।

इन्हें भी पढ़े?

अनौपचारिक पत्र

अनौपचारिक पत्र (Informal Letter) वे पत्र होते हैं जो व्यक्तिगत और असामाजिक संवाद के लिए लिखे जाते हैं। इन पत्रों में आप अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों, और अन्य परिचितों के साथ व्यक्तिगत बातचीत करते हैं, और इनमें आधिकारिकता की आवश्यकता नहीं होती है।

अनौपचारिक पत्रों का उपयोग व्यक्तिगत बातचीत, दोस्ती, खुशी, दुख, संवाद, यात्रा, और अन्य व्यक्तिगत विषयों पर चर्चा करने के लिए होता है। इन पत्रों की भाषा आमतौर पर औपचारिक नहीं होती, और आप अपने व्यक्तिगत भावनाओं को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं।

इनके भी कही प्रकार होते है। जैसे की

  • परिवारिक पत्र (Family Letter)
  • साहित्यिक पत्र (Literary Letter)
  • प्रेम पत्र (Love Letter)
  • मित्र/दोस्ती पत्र (Friendship Letter)
  • खुशखबरी पत्र (Congratulations Letter)

औपचारिक पत्र किसे कहते है?

औपचारिक पत्र वे पत्र होते हैं जो आधिकारिक या सामर्पिक संदेशों के लिए लिखे जाते हैं। इन पत्रों का उद्देश्य आधिकारिकता और विशेषता बनाना होता है, और इन्हें औपचारिक तरीके से तैयार किया जाता है। ये पत्र विभिन्न संदर्भों में उपयोग हो सकते हैं, जैसे कि सरकारी आधिकारियों से संवाद, व्यवसायिक संदर्भों में संवाद, शैक्षिक संस्थानों के साथ संवाद, और अन्य ऐसे संदर्भों में।

औपचारिक पत्रों के लेखन में सावधानी बरतनी चाहिए, और विशेष रूप से पत्रकार के पते, पत्रकार का नाम, तिथि, विषय, और उचित तरीके से लिखने की आदत को पालन करना चाहिए। इन पत्रों की भाषा सावधानी से चयन की जाती है और विशेष स्थितियों के आधार पर संदर्भ की जाती है।

औपचारिक पत्र के प्रकार

औपचारिक पत्र के प्रकार

  • नौकरी छुट्टी पत्र (Leave Letter)
  • निवेदन पत्र (Request Letter)
  • सम्मान पत्र (Appreciation Letter)
  • प्राधिकृत पत्र (Official Letter)
  • संवाद पत्र (Correspondence Letter)

औपचारिक पत्र का प्रारूप

    1. पत्रकार का पता: पहले, आपके पत्रकार का पता उपरीक्षित करें और पत्र के दाएं कोने पर लिखें।
      [आपका पता]
      [तिथि]
       
    2. प्रापक का पता: अगले, प्रापक का पता लिखें, जिसे आप पत्र भेज रहे हैं।
      [प्रापक का पता]
       
    3. प्रस्तावना: पत्रकार के पता और प्रापक के पता के बाद, प्रस्तावना लिखें। प्रस्तावना में आप पत्र के उद्देश्य को स्पष्ट करें।
       
      प्रिय [प्रापक का नाम],

      अगर आप नाम के साथ प्रस्तावना लिख रहे हैं, तो इस तरह:

       
      प्रिय श्री/श्रीमती [प्रापक का नाम]
       
    4. मुख्य भाग: अब, पत्र के मुख्य भाग में आप अपने संदेश को लिखें। इसमें आप जो कुछ भी कहना चाहते हैं, वो सभी बातें शामिल करें। आप व्यक्तिगत अनुभव, खुशियाँ, दुख, और अन्य विषयों पर बात कर सकते हैं।
    5. अवगत कराने की भावना: अपने संदेश को समाप्त करने के लिए अवगत कराने की भावना लिखें और संदेश को एक विनम्र तरीके से समाप्त करें।
    6. आपका नाम: अंत में, आपका नाम लिखें और पत्रकार के नाम के नीचे स्पेस छोड़ें जिस पर आप हस्ताक्षर कर सकते हैं।
      आपका नाम
       

    इस प्रारूप को अपनी आवश्यकताओं और संदर्भ के हिसाब से अनुकूलित कर सकते हैं, लेकिन यह एक सामान्य औपचारिक पत्र का प्रारूप है जिसका आमतौर पर पालन किया जाता है।

स्कुल की छुट्टी का आवेदन पत्र

सेवा में
श्रीमान प्रधानाध्यापक

[स्कूल के नाम],
[स्कूल का पता],
[शहर (*): राज्य (*): ज़िप कोड],
[तारीख]

विषय: छुट्टी का आवेदन

आदरणीय महोदय/महोदया,

मैं [तुम्हारा नाम], [तुम्हारी कक्षा] का छात्र/छात्रा हूँ और मैं इस पत्र के माध्यम से स्कूल की आगामी छुट्टी के लिए आवेदन कर रहा/रही हूँ। मेरे परिवार के साथ कुछ आपसी समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं, और मेरे माता-पिता की अच्छी तरह से देखभाल की आवश्यकता है।

मैं इस छुट्टी का उपयोग [यहाँ छुट्टी का कारण बताएं, जैसे कि परिवार की स्वास्थ्य समस्या, किसी आयोजन या सामाजिक समारोह के लिए] के लिए करना चाहता/चाहती हूँ। मैं यह सुनिश्चित करने का प्रतिबद्ध हूँ कि मेरे छुट्टी के दौरान कोई शिक्षा की कमी नहीं होगी और मैं वापस स्कूल के सभी शैक्षिक गतिविधियों में पूरी भरपूर भागीदारी करूँगा/करूँगी।

मैं आपकी सहमति के इंतजार में हूँ और इस छुट्टी के लिए मेरे आवेदन को मंजूरी देने की कृपा करें।

धन्यवाद,

[तुम्हारा नाम] [तुम्हारी कक्षा] [स्कूल का पता]

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स्कुल में शुल्क माफ़ी के लिए आवेदन पत्र

सेवा में
श्रीमान प्रधानाध्यापक
[स्कूल के नाम],
[स्कूल का पता],
[शहर (*): राज्य (*): ज़िप कोड],
[तारीख]

विषय: शुल्क में रियायत के लिए अनुरोध

आदरणीय महोदय/महोदया,

मुझे आपके स्कूल का एक छात्र/छात्रा हूँ और मैं इस पत्र के माध्यम से शुल्क माफी के लिए आवेदन कर रहा/रही हूँ। मैं इसके साथ यह भी सूचित करना चाहता/चाहती हूँ कि मेरे परिवार में कुछ आर्थिक कठिनाइयाँ हैं, जिसके कारण मेरे माता-पिता को मेरे शिक्षा शुल्क का भुगतान करने में कठिनाई हो रही है।

मैं जानता/जानती हूँ कि शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और मैं इसके महत्व को समझता/समझती हूँ। मैं नियमित रूप से अपने पठनों में पूरी ईमानदारी से और मेहनत से पढ़ाई कर रहा/रही हूँ और मेरा उद्देश्य है कि मैं अच्छे अंक प्राप्त करके अपने सपनों को पूरा कर सकूँ।

इसलिए, मेरे द्वारा शिक्षा शुल्क माफी का आवेदन है, ताकि मैं अपने पठनों में जुटा रह सकूँ और अपने शैक्षिक लक्ष्यों को हासिल कर सकूँ। मैं प्रतिबद्ध हूँ कि मैं शिक्षा शुल्क माफी के लाभ का उपयोग शिक्षा में अधिक सफलता पाने के लिए करूँगा/करूँगी और स्कूल की नियमों और शर्तों का पालन करूँगा/करूँगी।

कृपया मेरे आवेदन को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार करें और मुझे इस सम्बंध में जानकारी दें।

धन्यवाद,

[तुम्हारा नाम] [तुम्हारा पता] [तुम्हारा फ़ोन नंबर] (यदि आवश्यक हो)

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अनौपचारिक पत्र कैसे लिखें?

अनौपचारिक पत्र (Informal Letter) वे पत्र होते हैं जो व्यक्तिगत और असामाजिक संवाद के लिए लिखे जाते हैं। इन पत्रों में आप अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों, और अन्य परिचितों के साथ व्यक्तिगत बातचीत करते हैं, और इनमें आधिकारिकता की आवश्यकता नहीं होती है।

अनौपचारिक पत्रों की भाषा आमतौर पर औपचारिक नहीं होती, और आप अपने व्यक्तिगत भावनाओं को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं। इन पत्रों का उपयोग व्यक्तिगत बातचीत, दोस्ती, खुशी, दुख, संवाद, यात्रा, और अन्य व्यक्तिगत विषयों पर चर्चा करने के लिए होता है।

अनौपचारिक पत्र व्यक्तिगत और असामाजिक संवाद के लिए लिखे जाते हैं, और इनमें आधिकारिकता की आवश्यकता नहीं होती है। ये पत्र व्यक्तिगत बातचीत, दोस्ती, खुशी, दुख, संवाद, यात्रा, और अन्य व्यक्तिगत विषयों पर चर्चा करने के लिए होते हैं।

खेल का महत्व के लिए अपने छोटे भाई को प्रेरणादायक पत्र

[आपका नाम]
[तुम्हारा पता]
[शहर (*): राज्य (*): ज़िप कोड]
[तारीख]

प्रिय [छोटे भाई का नाम],

मुझे खुशी है कि तुम खेल के महत्व को समझ रहे हो। खेलने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह सीखने का माध्यम भी होता है और सफलता की ओर कदम बढ़ाने का एक मार्ग प्रदान करता है। तुम अपने जीवन में खेल को एक महत्वपूर्ण भाग बना सकते हो, और मैं तुम्हें हमेशा प्रेरित करता रहूँगा।

ध्यान रखना, प्यार और शुभकामनाओं के साथ,

[तुम्हारा नाम]

अपने दोस्त को बधाई पत्र लिखे

प्रिय [दोस्त का नाम],

नमस्ते! कैसे हो? आशा है कि आप स्वस्थ और खुशहाल होंगे।

मैं खुशी से यह खबर सुनकर लिख रहा हूँ कि आपको एक महत्वपूर्ण मौका मिला है और मैं आपको इस मौके के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। आपका प्रयास और संघर्ष आपके इस सफलता के पीछे की मेहनत और संघर्ष का प्रतीक हैं।

मैं जानता हूँ कि आपके लिए यह कितना महत्वपूर्ण है और मुझे गर्व है कि मैं आपके दोस्त हूँ। आपने साबित किया है कि कठिनाइयों का सामना करके भी सपने को पूरा किया जा सकता है।

मैं चाहता हूँ कि आप इस सफलता का आनंद उठाएं और और भी उच्ची ऊंचाइयों को छूने का मौका पाएं। आपमें यह क्षमता है और मैं जानता हूँ कि आप आगे भी अपने लक्ष्यों को हासिल करेंगे।

मैं आपके साथ हूँ और हमेशा आपका साथ दूंगा। जब भी आपको मेरी मदद या सहयोग की आवश्यकता हो, तो कृपया मुझे बताएं।

एक बार फिर, बधाई हो! आपकी सफलता और आनंद की दिशा में प्रार्थनाएँ हैं।

ध्यान रखें और मिलेंगे जल्द ही!

आपका दोस्त,

[आपका नाम]

अनौपचारिक पत्र का प्रारूप

अनौपचारिक पत्र का प्रारूप आमतौर पर औपचारिक पत्र के मुकाबले थोड़ा हटकर और व्यक्तिगत बनता है, जो अपने संदेश को व्यक्त करने के लिए होता है। निम्नलिखित एक सामान्य अनौपचारिक पत्र का प्रारूप है।

  1. पत्रकार का पता: पहले, आपके पत्रकार का पता ऊपरी बाएं कोने पर लिखें।
    [आपका पता]
    [तिथि]
     
  2. प्रिय/मित्र/सजीवन संदेश: अगले, प्रिय/मित्र/सजीवन संदेश लिखें, जिसके बाद आप पत्र के मुख्य विषय पर चर्चा कर सकते हैं।
     
    प्रिय [प्रिय/मित्र/सजीवन का नाम],

    यदि आप व्यक्तिगत भाषा में लिख रहे हैं, तो इस तरह:

     
    हाय [प्रिय/मित्र/सजीवन का नाम]
     
  3. मुख्य विषय: अब, पत्र के मुख्य विषय पर चर्चा करें, जो आपकी बातचीत के केंद्र में होता है। आप जो कुछ भी कहना चाहते हैं, वो सभी बातें इस खंड में शामिल करें।
  4. अवगत कराने की भावना: अपने संदेश को समाप्त करने के लिए अवगत कराने की भावना लिखें, जैसे कि आप उम्मीद करते हैं कि प्रापक आपके संदेश को पसंद करेंगे या कुछ विचार देंगे।
  5. आपका नाम: अंत में, आपका नाम लिखें और पत्रकार के नाम के नीचे स्पेस छोड़ें, जिस पर आप हस्ताक्षर कर सकते हैं।
    आपका नाम

यदि आप विशेष रूप से आपने पत्र को व्यक्त करने के लिए अनौपचारिकता का अभिवादन करना चाहते हैं, तो आप अपने प्रिय/मित्र/सजीवन के साथ आपके पत्र के आरंभ में एक प्रिय भाषा का उपयोग कर सकते हैं। इससे आपका पत्र और व्यक्तिगत और अनौपचारिक महसूस हो सकता है।

अनौपचारिक पत्र क्या होते है?

अनोपचारिक पत्र (Informal letter) व्यक्तित्व संवाद और व्यक्तिगत जानकारी व्यक्तित्व करने के लिए लिखे जाते हैं। ये प्रकृति व्यक्तिगत विचार, भावनाएँ, और संवेदनाओं को व्यक्त करने का एक महत्तवपूर्ण माध्यम है। अनोपचारिक पात्र व्यक्तिगत बातोचित, दोस्ती, आनंद, दुख, या यात्रा के विषयों पर लिखे जाते हैं।

अनौपचारिक पत्र के स्वरूप में, प्रारम्भ में प्रिय व्यक्ति के साथ प्रेमिका या दोस्ती भावना का व्यक्तित्व करके लिखा जाता है। इसके बुरे मुख्य विषय पर विचार-विमर्श होता है। पत्र लिखने वाला व्यक्ति अपने विचार और अनुभव को उलझा, खुल कर, और बिन किसी शर्म के व्यक्त कर सकता है।

अनौपचारिक पत्रों में व्यक्तिगत जानकारी, पारिवारिक संदेश, या किसी खुशखबरी या दुखभावना का व्यक्त करने का भी तरीका होता है। ये पात्र अक्सर व्यक्तिगत संबंध और बंधनों को मजबूती देते हैं, और व्यक्तिसंवाद को गहरा और व्यक्तित्व देते हैं। इस प्रकार, अनौपचारिक पत्र व्यक्तिगत बातोचित और व्यक्तिगत संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम होते हैं।

पत्र की आवश्यकता क्यों है?

पात्रो की अभिव्यक्ति व्यक्तिगत, सामाजिक, और व्यावसायिक संवाद के लिए होती है। पत्र एक प्रकार का संचार है जो व्यक्ति या संस्था के बीच एक दूसरे के साथ जटिल विचार-विमर्श को सजीव रूप से व्यक्त करने में मदद करता है। ये काई प्रकार की जरूरी जानकारी, संवेदना, और सुझावों को व्यक्त करने का माध्यम है।

प्रकृति पात्रो में, व्यक्ति अपने विचार, भावनाएं, सुख-दुख, और अनुभवों को व्यक्त कर सकते हैं। ये मध्यम है रिश्तों को गहरा देने और व्यक्तित्व ज्यादा मेल-जोल बनाने का।

सामाजिक रूप से, पत्र दोस्ती, रिश्तेदारी, और सामाजिक संवाद को भी सुधारने का एक शक्तिशाली तरीका है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने विचार और सुझावों को दूसरे लोगो तक पहुंचा सकते हैं।

व्यवसाईक रूप में, पात्र व्यापरिक संवाद के लिए महत्वपूर्ण है। ये मध्यम है व्यावसायिक सुझावों को लिखित रूप में व्यक्त करने का, अनुमति प्राप्त करने का, और अधिकार संवाद बनाने का।

इस तरह से, पात्रो की अभिव्यक्ति व्यक्तिगत, सामाजिक, और व्यावसायिक संवाद को सुधारने के लिए होती है, और ये एक प्रमुख संचार माध्यम का दरजा रखते हैं।

इनफॉरमल लेटर कैसे लिखते हैं?

प्रिय [दोस्त का नाम],

नमस्ते! मुझे खुशी है कि मैं तुम्हारे साथ इस पत्र के माध्यम से बात कर रहा/रही हूँ। यह पत्र तुम्हारे बिना अधूरा लगता है।

अब तो मौसम बदल रहा है और सर्दियों की ठंडक आ गई है। हम सबको जल्द ही मिलकर गरम चाय और पकौड़ों का मजा लेना चाहिए।

तुम्हारे बिना जीवन अधूरा सा लगता है, इसलिए जल्दी से मिलो। तुम्हें बहुत याद कर रहा/रही हूँ।

ध्यान रखो और जल्दी मिलें!

प्यार से,

[तुम्हारा नाम]

FAQ:

हिंदी में पत्र लेखन कैसे लिखते हैं?

पत्र की शुरुआत अपने पते और तारीख के साथ करें। एक सबसे सादे और आदर्श तरीके से पत्र की शुरुआत करें, जैसे “प्रिय दोस्त,” “नमस्ते माँ,” आदि। इसमें आप अपने विचारों और संदेश को स्पष्ट और संक्षिप्त भाषा में व्यक्त करें। कृपया ध्यान दें कि पत्र व्यक्तिगत होता है, इसलिए आप अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करें। आपके पत्र के अंत में वर्तमान तारीख और आपके हस्ताक्षर होने चाहिए।

लेखन कैसे लिखें?

पहले, आपको अपने विचार साफ और व्यवस्थित तरीके से व्यक्त करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए, एक विशेष मुद्दे पर ध्यान केन्द्रित रखें। फिर, शब्दों का सही प्रयोग करें।

लेटर कितने प्रकार?

पत्र (पत्र) अलग-अलग प्रकार के होते हैं। प्रमुख प्रकार अनौपचारिक पत्र, औपचारिक पत्र होते हैं।

अनौपचारिक पत्र किसे लिखना है?

अनुपचारिक पत्र लिखने के लिए, आपको कुछ मुख्य बातें ध्यान में रखनी चाहिए। सबसे पहले, आप पत्र के शीर्ष (विषय) को स्पष्ट रूप से लिखें, जिसे प्रमुख संदेश समझ में आए। इसके बाद, पत्र के प्रारंभिक भाग में आप अपना प्रणाम और शुभकामना व्यक्त कर सकते हैं।

अच्छा लेख कैसे लिखें?

एक अच्छा लेख लिखने के लिए, आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए। सबसे पहले, आपको अपने लेख का उपदेश या संदेश स्पष्ट रूप से समझ आएगा। लेख लिखें समय, आपके विचार और विचार ध्यान से व्यक्त हों, और आपके शब्दों का सही प्रयोग करें।

हम पत्र क्यों लिखते हैं?

हम पत्र लिखते हैं क्यों कि ये एक प्रमुख और प्राचीन तारीख है अपने विचार, संदेश, और भावनाओं को दूसरे व्यक्तित्वों तक पहुंचने का। पत्र लिखकर हम संवेदनाशील और व्यक्ति रूप से व्यक्ति या समुदाय के साथ जुड़ते हैं। पत्र के माध्यम से हम व्यक्तिगत जीवन में घटित घटाएं, समझ, धन्यवाद, या समस्याओं के बारे में हम व्यक्त कर सकते हैं।

फॉर्मल लेटर में कौन कौन से लेटर आते हैं?

प्रार्थना पत्र (अनुरोध पत्र), पुरस्कार पत्र (पुरस्कार पत्र), समन्वय पत्र (नियुक्ति पत्र), प्रश्न पत्र (पूछताछ पत्र), प्रणाम पत्र (इस्तीफा पत्र) लेटर आते हैं।

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